गुरुवार, 2 जनवरी 2014

ऊर्जा प्रणाली विकास निधि‍ को चालू करने के लिए योजना

केन्‍द्रीय मंत्रि‍मंडल ने आज ऊर्जा मंत्रालय की ऊर्जा प्रणाली विकास निधि को चालू करने और केन्‍द्रीय विद्युत नियामक आयोग ऊर्जा प्रणाली विकास निधि में दी गई प्रक्रियाओं के आधार पर निधियों को इस्‍तेमाल करने के संबंध में योजना बनाने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दी।ऊर्जा प्रणाली विकास निधि को निम्‍नलिखित उद्देश्‍यों के लिए इस्‍तेमाल किया जाएगा:-

  • रणनीतिक रूप से महत्‍वपूर्ण आवश्‍यक पारेषण प्रणाली तैयार करना, जो लोड डिस्‍पैच केन्‍द्रों की रिपोर्ट पर आधारित होगी। इससे अंतर्राज्‍यीय पारेषण प्रणालियों से संकुलन कम करने में मदद मिलेगी।
  • ग्रिड में वोल्‍टेज में सुधार के लिए शंट कैपिसेटर, कंपनसेटर और अन्‍य ऊर्जा जेनरेटरों को लगाया जाएगा।
  • पायलट परियोजनाओं और विशेष सुरक्षा एवं मानक योजनाओं को चलाया जाएगा।
  • संकुलन कम करने के लिए पारेषण और वितरण प्रणालियों को दुरुस्‍त किया जाएगा और उन्‍हें उन्‍नत बनाया जाएगा।
  • तकनीकी अध्‍ययन और क्षमता निर्माण सहित उपरोक्‍त लक्ष्‍यों को आगे बढ़ाने के लिए अन्‍य योजना/परियोजना तैयार की जाएगी।



ऊर्जा प्रणाली विकास निधि तीन महीनों के अंदर चालू हो जाएगी।   

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