केंद्रीय
मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय युवा नीति 2003 के स्थान पर राष्ट्रीय युवा नीति 2014 के
शुभारंभ की मंजूरी 9 2014 को प्रदान की.मंत्रिमंडल की बैठक प्रधानमंत्री मनमोहन
सिंह की अध्यक्षता में हुई.
राष्ट्रीय युवा
नीति 2014 का लक्ष्य युवाओं की पूर्ण क्षमता हासिल करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने
और उसके जरिए देश को राष्ट्रों के बीच सही जगह हासिल करने में समर्थ बनाना है.
इस लक्ष्य को
हासिल करने के लिए नीति में पांच भली-भांति परिभाषित उद्देश्यों और प्राथमिकता
वाले 11 क्षेत्रों की पहचान की गई है. इसमें प्रत्येक प्राथमिक क्षेत्र में नीति
के लिए भी सुझाव दिया गया है.
प्राथमिक
क्षेत्रों में शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार, उद्यमिता, स्वास्थ्य
एवं स्वस्थ जीवनशैली, खेल, सामाजिक मूल्यों
का संवर्द्धन, समुदाय से जोड़ना, रानीति
एवं शासन में भागीदारी, युवाओं को संलग्न करना, समावेश
और सामाजिक न्याय शामिल हैं.
यह नीति 15 से
29 वर्ष के आयु वर्ग के सभी युवाओं की जरूरतें पूरी करेगी जो 2011 की जनगणना के
अनुसार कुल आबादी का 27.5 प्रतिशत हैं.
भारत दुनिया में
सबसे अधिक युवा आबादी वाला देश है और भविष्य में देश के विकास और उत्थान में इसका
उसे भारी लाभ मिलेगा. इसी मकसद से नई परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय युवा
नीति-2014 लाई गई है.
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