योजना आयोग समय-समय पर निर्धनता और निर्धनता अनुपात का आकलन करता
रहता है। यह आकलन घरों में उपभोग पर होने वाले खर्चों के आधार पर किया जाता है। यह
कार्य सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वहयन मंत्रालय के राष्ट्री य सैम्प्ल
सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा किया जाता है। सामान्य्त: यह सर्वेक्षण पंचवार्षिक आधार
पर होता है। पिछला पंचवार्षिक सर्वेक्षण 2009-10 में किया गया था। चूंकि 2009-10 सामान्य वर्ष नहीं था क्यों कि
इस वर्ष बहुत सूखा पडा़ था, इसलिए राष्ट्रीूय सैम्पेल
सर्वेक्षण कार्यालय ने 2011-12 में बड़े पैमाने पर सर्वेक्षण
किया था। सर्वेक्षण के परिणाम 20 जून, 2013 को जारी किए गए।
निर्धनता आकलन तेंदुलकर-प्रणाली के आधार पर किया जाता है। इसका
ब्यौंरा नीचे दिया जा रहा है -
निर्धनता अनुपात (प्रतिशत में)
|
निर्धनों की संख्या (लाख)
| ||||||
ग्रामीण
|
शहरी
|
योग
|
ग्रामीण
|
शहरी
|
योग
| ||
1. 1993-94
|
50.1
|
31.8
|
45.3
|
328.6
|
74.5
|
403.7
| |
2. 2004-05
|
41.8
|
25.7
|
37.2
|
326.3
|
80.8
|
407.1
| |
3. 2011-12
|
25.7
|
13.7
|
21.9
|
216.5
|
52.8
|
269.3
| |
वार्षिक औसत गिरावट : 1993-94
|
0.75
|
0.55
|
0.74
| ||||
से 2004-05 (वार्षिक प्रतिशत)
| |||||||
वार्षिक औसत गिरावट: 2004-05
|
2.32
|
1.69
|
2.18
| ||||
to 2011-12 (वार्षिक प्रतिशत)
| |||||||
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