कार्पोरेट
मामलों के मंत्रालय ने निवेशकों में जागरूकता और शिक्षा के कार्यक्रमों के माध्यम
से निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए अनेक उपयों की पहल की है। राज्य सभा में
एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए कार्पोरेट मामलों के मंत्री
श्री सचिन पायलट ने कहा कि महत्वपूर्ण उपायों में निम्नलिखित शामिल हैं:-
1. खासतौर
से द्वितीय और तृतीय स्तर के शहरों के निवेशकों को लक्षित करते हुए इंस्टीट्यूट
ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्रीज ऑफ
इंडिया और इंस्टीट्यूट ऑफ कास्ट एकाउंट्स आफ इंडिया के सहयोग से निवेशक
जागरूगकता कार्यक्रम शुरू किया गया।
2. निवेशकों
के उपयोग के लिए अंग्रेजी में विस्तृत मार्गदर्शन गाईड और अंग्रेजी, हिंदी
और 11 क्षेत्रीय भाषाओं में दो छोटी पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं। इन पुस्तकों
को निवेशक जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सभी निवेशकों के बीच वितरित
किया जाता है।
3. समय-समय
पर छलपूर्ण निवेश योजनाओं के बारे में निवेशकों को सतर्क करने के लिए बहुभाषी
प्रिंट मीडिया के लिए विज्ञापन जारी किये जाते हैं।
4. दूरदर्शन
समाचार चैनल और दूरदर्शन के क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से मीडिया अभियान
शुरू किया गया।
5. पोस्ट
आफिस सेविंग बें पासबुक पर निवेशकों के लिए एक संक्षिप्त जागरूकाता संदेश को
छापना।
6. निवेश
करते वक्त निवेशकों को सतर्क करने के लिए एसएमएस भेजने की प्रणाली को लागू किया
गया।
7. निवेशकों
को अपने न भुगतान हुई और बिना दावे वाली राशि और संबंधित कंपनियों से दावे के
भुगतान राशि का पता लगाने के लिए मंत्रालय के पोर्टल (एमसीए-21) पर
सर्च सुविधा उपलब्ध कराना।
8. एमसीए-21 की
वेबसाईट पर निवेशकों की शिकायतों को दर्ज करने और अपनी स्थिति ज्ञात करने की
सुविधा का सृजन।
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