शुक्रवार, 23 अगस्त 2013

‘पहुंचने पर वीज़ा’ योजना

पहुंचने पर वीज़ाकी सरकार की योजना विदेशी पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय होती जा रही है। चालू वर्ष में जुलाई 2013 तक ऐसे 10,482 वीज़़ा जारी किये जा चुके हैं। यह संख्‍या वर्ष 2012 में इसी अवधि में जारी किये गये वीज़ा की संख्‍या से 37 प्र‍तिशत अधिक है। 2012 में 16 हजार से अधिक ऐसे वीज़ा जारी किये गये थे, जो इससे पिछले वर्ष के मुकाबले 26 प्रतिशत अधिक हैं।

पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा योजना की मुख्‍य बातें इस प्रकार हैं:-

  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा अधिकतम 30 दिन के लिए जारी किया जाता है और इसके जरिए केवल एक बार प्रवेश की सुविधा होती है।
  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा जापान, सिंगापुर, फिनलैंड, लक्‍समबर्ग, न्‍यूजीलैंड, कंबोडिया, लाओस, वियतनाम, फिलीपीन्‍स, म्‍यामां और इंडोनेशिया से दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता हवाई अड्डों पर पहुंचने वाले विदेशी नागरिकों के लिए है। 15 अगस्‍त 2013 से पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा योजना को कोच्चि, तिरूवनंतपुरम, हैदराबाद और बंगलौर हवाई अड्डों के लिए भी शुरू कर दिया गया है।
  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा की फीस बच्‍चों सहित प्रति यात्री 60 अमरीकी डॉलर या भारतीय रूपयों में इसके बराबर की राशि जितनी है।
  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा किसी विदेशी को एक कैलेंडर वर्ष में अधिकतम दो बार मिल सकता है। इसके लिए दो यात्राओं में कम से कम दो महीने का अंतर होना जरूरी है।
  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा को न तो बदला जा सकता है और न ही इसकी अवधि को बढ़ाया जाएगा।
  • उपरोक्‍त देशों के पर्यटक चिकित्‍सा उपचार, आकस्मिक व्यापार या अपने मित्रों/संबंधियों से मिलने आदि के लिए भी 30 दिन का पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा ले सकते हैं।
  • पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा की सुविधा राजनयिक/सरकारी पासपोर्ट धारकों के लिए नहीं है। पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा उन विदेशियों को भी नहीं मिलेगा, जिनका भारत में स्‍थाई निवास है या कारोबार है। ऐसे लोग उपयुक्‍त सामान्‍य वीज़ा पर भारत आ सकते हैं।

शुरू में सरकार ने पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा की योजना जनवरी 2010 में पांच देशों-जापान, फिनलैंड, लक्‍समबर्ग, न्‍यूजीलैंड और सिंगापुर के नागरिकों के लिए शुरू की थी, जो पर्यटन के उद्देश्‍य से भारत आना चाहते थे। बाद में इस योजना को जनवरी 2011 में छह और देशों-कंबोडिया, इंडोनेशिया, वितयतनाम, फिलीपीन्‍स, लाओस और म्‍यामां के लिए भी शुरू किया गया। पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा योजना का मुख्‍य उद्देश्‍य भारत के लिए और ज्‍यादा विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सुविधा प्रदान करना था।
इस योजना के अंतर्गत पहुंचने पर सामूहिक वीज़ा की व्‍यवस्‍था भी की गई है। एक अप्रैल 2013 से सामूहिक रूप से पहुंचने पर वीज़ा जारी करने की सुविधा देने के लिए वीज़ा नियमावली में संशोधन किया गया है। चार या इससे अधिक के समूह में विमान या समुद्री रास्‍ते से पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों को, जिनका प्रायोजन पर्यटन मंत्रालय से अनुमोदित भारतीय ट्रेवल एजेंसियों द्वारा किया गया हो और जिनके पास पहले से निर्धारित यात्रा कार्यक्रम हो, उन्‍हें सामूहिक पर्यटन परमिट दिया जा सकता है, जिसकी अवधि 60 दिन से अधिक नहीं होगी। इसके अंतर्गत कई स्‍थानों से प्रवेश की सुविधा होगी। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पर्यटकों या ट्रेवल एजेंसियों को अनिवार्य रूप से अपना आवेदन ऑनलाइन भेजना होगा।
सामूहिक आगमन परमिट की व्‍यवस्‍था कम समय के नोटिस पर भारत यात्रा की योजना बनाने वाले विदेशी पर्यटकों को प्रोत्‍साहित करने के लिए की गई है। इस व्‍यवस्‍था से अपनी यात्रा की देर से योजना बनाने वाले उन पर्यटकों को भारत आने में सुविधा होगी, जो अब से पहले अन्‍य देशों के पर्यटन स्‍थलों के लिए जाते रहे हैं। 

इस योजना की लगातार समीक्षा की जाती है। पहुंचने पर पर्यटक वीज़ा की योजना में अन्‍य देशों को और भारत के अन्‍य हवाई अड्डों को शामिल करना एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जो बाजार प्रवृत्तियों, सुरक्षा चिंताओं आदि जैसे विभिन्‍न पहलुओं पर निर्भर है।

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